रायपुर 13 दिसंबर 2024। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव के युवा यश सोनी ने 3000 किलोमीटर की साइकिल यात्रा पूरी करते हुए श्रीकृष्ण जन्मभूमि मथुरा में अपने हौसले और दृढ़ निश्चय की मिसाल पेश की है। 53 दिनों में 45 जिलों को पार करते हुए, लखनऊ और आगरा होते हुए वे मथुरा पहुंचे, जहां उन्होंने श्रीकृष्ण जन्मभूमि के सभी प्रमुख मंदिरों में दर्शन किए और यमुना नदी में आस्था की डुबकी लगाई।
मथुरा में संत अनिरुद्धाचार्य महाराज से मुलाकात:
यश की इस असाधारण यात्रा की जानकारी जब मथुरा के लोकप्रिय संत अनिरुद्धाचार्य महाराज को मिली, तो वे खुद भी चकित रह गए। यश ने राजनांदगांव से लाया हुआ श्रीराम का प्रसाद महाराज को भेंट किया। महाराज ने प्रसाद ग्रहण करते हुए यश का गर्मजोशी से स्वागत किया, उन्हें आशीर्वाद दिया और राजनांदगांव में कथा करने का निमंत्रण भी स्वीकार किया।
यश के लिए विशेष सम्मान:
महाराज ने न केवल यश के साहस की प्रशंसा की, बल्कि उन्हें एक घंटे तक अपनी कथा सुनने का भी विशेष अवसर दिया। इस दौरान उन्होंने यश के साथ एक यादगार तस्वीर खिंचवाई और कहा, “यह हमारे लिए गर्व की बात है कि आप साइकिल से मिलने आए। मैं निश्चित रूप से राजनांदगांव कथा के लिए आऊंगा।”
मथुरा में यश की चर्चा:
यश सोनी के साइकिल से मथुरा पहुंचने की खबर से स्थानीय लोग बेहद प्रभावित हुए। श्रीकृष्ण की नगरी में उन्हें “लड्डू गोपाल साइकिल वाले” के नाम से पुकारा गया। मथुरा-वृंदावन के लोगों ने उनकी पर्यावरण संरक्षण की प्रेरणा और अद्भुत साहस की सराहना की।
पर्यावरण का संदेश और अगला पड़ाव:
यश ने इस यात्रा के जरिए पर्यावरण संरक्षण और साइकिल चलाने के महत्व का संदेश दिया। उन्होंने बिना किसी सरकारी सहायता के इस यात्रा को अंजाम दिया। मथुरा से आगे उनका अगला पड़ाव राजस्थान के अजमेर की ओर है, जहां वे अपनी यात्रा को जारी रखते हुए प्रेरणा का प्रसार करेंगे।
यश सोनी की यह यात्रा न केवल एक व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि समाज को जागरूक करने का एक प्रेरणादायक उदाहरण भी है।