कांकेर 5 दिसंबर 2024। नारायणपुर में पदस्थ प्रधान आरक्षक बीरेंद्र कुमार शोरी, जो बुधवार को नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गए थे, का पार्थिव शरीर आज उनके गृह ग्राम नरहरपुर लाया गया। जैसे ही शहीद का शव उनके गांव मरारपानी पहुंचा, पूरा गांव शोक में डूब गया। ग्रामीणों और स्कूली छात्रों ने फूलों की वर्षा कर शहीद जवान को श्रद्धांजलि दी।
गांव में हर ओर “भारत माता की जय” के नारों की गूंज सुनाई दी। परिजनों और ग्रामीणों ने नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी। शहीद जवान के भाई हरीश चंद शोरी ने बताया कि बीरेंद्र 2010 में पुलिस में भर्ती हुए थे और नक्सल मोर्चे पर उनकी बहादुरी के चलते 2018 में उन्हें प्रधान आरक्षक के पद पर पदोन्नत किया गया। हाल ही में उन्होंने एएसआई प्रशिक्षण भी पूरा किया था और माना कैंप से लौटे थे।
गांव प्रमुख ने इस मौके पर कहा, “हमारे गांव का बेटा देश के लिए नक्सलियों से लड़ते हुए शहीद हो गया। यह हम सभी के लिए गर्व और दुख का पल है। नक्सलवाद का खात्मा अब बहुत जरूरी है।”
गांव में शोक का माहौल
शहीद की शहादत से गांव में गहरा शोक है। ग्रामीणों का कहना है कि बीरेंद्र कुमार शोरी ने देश के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए, जो उनकी वीरता और देशभक्ति का प्रमाण है।
सरकार और प्रशासन की ओर से सम्मान
प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके बलिदान को सलाम किया। उन्होंने आश्वासन दिया कि नक्सलवाद को समाप्त करने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।