कांकेर /चारामा:– कांग्रेस ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर आज चारामा के कोरर चौक में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में कांग्रेस के सभी बूथ, जोन और सेक्टर प्रभारियों सहित जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए।
धरना प्रदर्शन में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष ठाकुर राम कश्यप ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला करते हुए किसानों के प्रति सरकार की उदासीन नीतियों को किसान विरोधी बताया। प्रदर्शन में पूर्व गौ सेवा आयोग सदस्य नरेंद्र यादव ने किसानों के हितों की आवाज उठाई और सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग की। इसके अलावा कांग्रेस के अन्य नेताओं और जनप्रतिनिधियों ने भी किसानों के मुद्दों को प्रमुखता से रखा।
धरना के उपरांत कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने अनुभागीय अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में धान खरीदी प्रक्रिया में हो रही अव्यवस्था और किसानों की समस्याओं को दूर करने की मांग की गई।
ज्ञापन में उठाए गए प्रमुख मुद्दे:
1. बारदाने की कमी: समितियों में पुराने बारदाने नहीं पहुंचे हैं। किसानों को बारदाने की व्यवस्था खुद करनी पड़ रही है, और उनकी लागत का भुगतान भी समय पर नहीं हो रहा।
2. टोकन प्रक्रिया की समस्याएं: टोकन कटने के बावजूद किसानों को 7-10 दिन या उससे अधिक इंतजार करना पड़ रहा है।
3. वजन में गड़बड़ी: इलेक्ट्रॉनिक कांटों में 1.5-2.5 किलोग्राम अतिरिक्त वजन तौला जा रहा है।
4. स्थान की कमी: समितियों में धान का उठाव नहीं होने से भंडारण के लिए जगह का अभाव हो गया है।
5. खरीदी सीमा: अनावरी रिपोर्ट में गड़बड़ी कर किसानों का पूरा 21 क्विंटल धान नहीं खरीदा जा रहा।
6. भुगतान में देरी: सरकार ने 72 घंटे में भुगतान का वादा किया था, लेकिन कई किसानों के खाते में हफ्तों बाद भी राशि नहीं पहुंच रही।
कांग्रेस की प्रमुख मांगें:
1. धान का समर्थन मूल्य ₹3217 प्रति क्विंटल किया जाए।
2. बीज उत्पादक किसानों का धान भी खरीदा जाए।
3. धान का परिवहन सीधे मिलरों के पास किया जाए, जिससे भ्रष्टाचार और अतिरिक्त परिवहन लागत पर रोक लग सके।
4. सभी किसानों के धान की खरीदी सुनिश्चित की जाए और भुगतान प्रक्रिया तेज की जाए।
इस प्रदर्शन में ठाकुर राम कश्यप, नरेंद्र यादव, रानू कमलेश, संतोषी सिन्हा, रतन साहू, विजय ठाकुर, सौरभ तारम, कुलेश ठाकुर, भुनेश्वर नागराज, यशवंत नायक, और भूषण ठाकुर सहित अन्य कांग्रेस नेता और किसान धरना प्रदर्शन में शामिल रहे।
कांग्रेस ने चेतावनी दी है कि यदि किसानों की समस्याओं का जल्द समाधान नहीं हुआ तो प्रदेशभर में आंदोलन को और तेज किया जाएगा।