बलरामपुर 19 मई 2025, सुनील पासवान बलरामपुर।रामानुजगंज एनीकट का गेट खराब होने के कारण चार दिनों में एनीकट का पूरा पानी बह गया जिससे नगर के करीब 25 हजार की आबादी के सामने अब गंभीर जल संकट का सामना करना पड़ेगा। जल संसाधन विभाग की स्थिति ऐसी रही की एनीकट के गेट खराब होने की जानकारी विभाग के अधिकारियों को रही परंतु विभाग के अधिकारी इसे देखने तक की जहमत नहीं उठाई अब जब पानी खत्म हो गया तो अधिकारी मौके पर पहुंचकर खानापूर्ति में लगे हैं। जल संसाधन विभाग की लापरवाही का खामियाजा पूरा नगर अब भुगतेगा।
छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा नगर में जल संकट को दूर करने के लिए एनीकट की स्वीकृति प्रदान की जल संसाधन विभाग के द्वारा एनीकट के निर्माण में करीब 9 करोड रुपए खर्च भी कर दिए गए वहीं प्रत्येक वर्ष लाखों रुपए मरम्मत के नाम पर खर्च किए जाते हैं।यहां निर्माण के बाद एनीकट तीन बार क्षतिग्रस्त भी हुआ एवं मरम्मत भी हुआ परंतु एनीकट का गेट कभी भी सुधार नहीं गया एनीकट के गेट सुधारने के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति हुई जिस कारण से एनीकट गर्मी के दिनों में पानी का स्टोरेज नहीं हो पाता।
पिछले वर्ष हुई थी बड़ी राशि एनीकट गेट मरम्मत के नाम पर…… पिछले वर्ष एनीकट के गेट मरम्मत के नाम पर विभाग के द्वारा बड़ी राशि खर्च कर यह दावा किया गया कि एनीकट का गेट बन गया है पानी लीकेज नहीं होगा परंतु दावा के विपरीत पानी लीकेज होते रहा विभाग के अधिकारी सोते रहे जिस कारण ऐसी स्थिति निर्मित हुई।
प्रत्येक वर्ष सूख जाता है एनीकट…… इसी बार नहीं जब से एनीकट का निर्माण हुआ है तब से लेकर अभी तक प्रत्येक वर्ष एनीकट के गेट लीकेज के कारण पानी सूख जाता है यदि विभाग के द्वारा ईमानदारी से एनीकट के गेट में राशि बनाने में खर्च की गई होती तो ऐसी स्थिति निर्मित नहीं होती।
जल संसाधन विभाग जिमेवार कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई की उठ रही है मांग ……. एनीकट 1 दिन में खाली नहीं हुआ कई दिन से पानी धीरे-धीरे लीकेज होकर खाली हुआ ऐसे में जल संसाधन विभाग के जमीनी स्तर के कर्मचारी यदि ध्यान दिए रहते तो शायद ऐसा नहीं होता ऐसे में जल संसाधन विभाग के जिमेवार कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई की भी मांग तेजी से उठ रही है।
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