फरसगांव। प्रतिनिधि विजय साहू की रिपोर्ट।
आज आयुष्मान भारत योजना के तहत संचालित स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और तैयारियों को परखने के लिए आयुष्मान आरोग्य केंद्र मंदिर आलोर, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बड़े डोंगर तथा आयुष्मान आरोग्य मंदिर बड़े डोंगर का आकस्मिक निरीक्षण SDM असवन कुमार पुसाम के द्वारा निरिक्षण किया गया। निरीक्षण दल ने अस्पताल परिसर का व्यापक मूल्यांकन करते हुए विभिन्न चिकित्सा कक्षों और सुविधाओं की समीक्षा की।
निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी अधिकारी, आयुष्मान मेडिकल ऑफिसर, सीएचओ (कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर), आरएचओ (रूरल हेल्थ ऑफिसर), एएनएम (सहायक नर्स मिडवाइफ) सहित पूरा स्टाफ उपस्थित मिला, जो कि सेवा व्यवस्था की तत्परता को दर्शाता है।
प्रसव कक्ष, ओपीडी, आईपीडी, स्टोर रूम, दवाई वितरण कक्ष एवं भर्ती मरीजों की स्थिति का अवलोकन किया गया। गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी संबंधी व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए अधिकारियों ने निर्देशित किया कि प्रसव के पश्चात महिलाओं को कम से कम तीन दिन तक अस्पताल में उचित देखरेख में रखा जाए, ताकि जटिलताओं से बचा जा सके।
साथ ही स्वास्थ्य केंद्र में आने वाले मरीजों के लिए आवश्यक दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए भी दिशा-निर्देश जारी किए गए। विशेष रूप से बरसात के मौसम को ध्यान में रखते हुए मौसमी बीमारियों जैसे डेंगू, मलेरिया, सर्दी-खांसी और वायरल संक्रमण के लिए पर्याप्त मात्रा में दवाओं का भंडारण रखने के निर्देश दिए गए हैं।
इसके अतिरिक्त, सांप काटने (स्नेक बाइट) के संभावित मामलों को देखते हुए सभी स्वास्थ्य केंद्रों में एंटी वेनम दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने को भी प्राथमिकता देने को कहा गया।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए गए इस निरीक्षण को लेकर स्थानीय नागरिकों ने संतोष व्यक्त किया और उम्मीद जताई कि समय-समय पर ऐसी निगरानी से प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा।
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