बालोद 1 अगस्त 2025। जिले की ग्राम पंचायत (बी) जामगांव से चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां तात्कालिक सरपंच और सचिव पर गंभीर वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगा है। आरोप है कि इन अधिकारियों ने अपनी पंचायत की राशि से दूसरी पंचायतों के बिलों का भुगतान दर्शाकर फर्जीवाड़ा किया है। इस संबंध में एक ग्रामीण ने आरटीआई से मिली जानकारी के आधार पर कलेक्टर कार्यालय में लिखित शिकायत दर्ज कराई है।
शिकायत के मुताबिक, 15वें वित्त आयोग के तहत ग्राम पंचायत (बी) जामगांव को लगभग ₹32 लाख की राशि प्राप्त हुई थी, जबकि पंचायत द्वारा ₹62 लाख खर्च किए जाने का दावा किया गया है। खास बात यह है कि पंचायत द्वारा ग्राम पंचायत सांकरा (क) के कचरा परिवहन बिल का भुगतान भी अपनी पंचायत के फंड से किया गया है, जो सीधे तौर पर गंभीर वित्तीय गड़बड़ी को दर्शाता है।
शिकायतकर्ता का आरोप है कि तात्कालिक सरपंच पुष्पा देवांगन, जो वर्तमान में भाजपा मंडल की पदाधिकारी हैं, ने पंचायत सचिव गणेश देवांगन के साथ मिलकर यह फर्जी भुगतान किया। शिकायत में आरोपियों के खिलाफ साक्ष्य के साथ निष्पक्ष जांच और कड़ी कार्यवाही की मांग की गई है।
पहले भी उठ चुके हैं सवाल
यह पहली बार नहीं है जब इस पंचायत पर गड़बड़ी के आरोप लगे हैं। फरवरी 2025 में भी पंचायत पर करहीभदर ग्राम पंचायत के बिल का भुगतान करने की शिकायत दर्ज की गई थी। उस समय अपर कलेक्टर चंद्रकांत कौशिक ने इसे गंभीर मामला बताया था, परंतु अब तक कोई ठोस कार्यवाही सामने नहीं आई है।
“भाजपा नेताओं के दबाव में जांच अटकी” – शिकायतकर्ता
शिकायतकर्ता का यह भी कहना है कि पूर्व सरपंच का भाजपा से संबंध होने के कारण अधिकारियों पर दबाव है और निष्पक्ष जांच नहीं हो पा रही। बताया गया कि वर्तमान सरपंच, पूर्व सरपंच के पति हैं, और पदाधिकारी होने के कारण शिकायतों को अनदेखा किया जा रहा है।
सचिव ने सरपंच पर फोड़ा ठीकरा
वहीं जब इस मामले में पंचायत सचिव गणेश देवांगन से सवाल किया गया तो उन्होंने पहले बिल को पंचायत से संबंधित बताया, फिर सारी जिम्मेदारी सरपंच पर डालते हुए मामले से किनारा कर लिया।
निष्कर्ष:
यह मामला न केवल प्रशासनिक लापरवाही को उजागर करता है, बल्कि राजनीतिक प्रभाव से भ्रष्टाचार की जड़ें और भी गहरी होने की आशंका को बल देता है। अब देखना यह है कि जिला प्रशासन इस बार क्या रुख अपनाता है – कार्रवाई करेगा या एक बार फिर मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा।

बालोद में पंचायत घोटाले का मामला उजागर: सरपंच-सचिव पर दूसरे गांव के बिलों का फर्जी भुगतान करने का आरोप
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