23 सितंबर 2025:- चारामा महाविद्यालय में आज एनएसयूआई के पदाधिकारियों और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने मिलकर कॉलेज प्रशासन के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि कॉलेज में बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी है, जिससे पढ़ाई पर सीधा असर पड़ रहा है। छात्रों ने बताया कि वे जनभागीदारी शुल्क तो जमा करते हैं, लेकिन उस राशि का उपयोग कॉलेज की व्यवस्थाओं को सुधारने में नहीं किया जा रहा है।
एनएसयूआई के प्रदेश महासचिव महेंद्र नायक ने कहा कि महाविद्यालय में लंबे समय से कई समस्याएँ बनी हुई हैं। क्लासरूम में डस्टबिन नहीं हैं, कैंटीन बंद पड़ा है, पंखे और लाइट खराब हो चुके हैं, जिनकी वजह से छात्रों को दिक्कत का सामना करना पड़ता है। पेयजल की व्यवस्था भी संतोषजनक नहीं है और वॉशरूम की हालत बेहद खराब है। वहां सफाई की जरूरत है और दरवाजे भी टूटे हुए हैं। साथ ही अंग्रेजी विषय का शिक्षक भी उपलब्ध नहीं है, जिससे छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
छात्र-छात्राओं ने कहा कि उन्होंने पहले भी कई बार इन समस्याओं को कॉलेज प्रशासन के सामने रखा है, लेकिन कोई समाधान नहीं निकाला गया। इस कारण आज सभी छात्रों को मजबूरन धरना प्रदर्शन करना पड़ा।
एनएसयूआई ने पांच सूत्रीय मांगें रखीं जिनमें हर क्लासरूम में डस्टबिन की व्यवस्था, बंद पड़े कैंटीन को जल्द चालू करवाना, खराब लाइट और पंखों को बदलना, पेयजल की समस्या का समाधान करना, अंग्रेजी शिक्षक की नियुक्ति और वॉशरूम की साफ-सफाई तथा दरवाजे की मरम्मत शामिल है।
एनएसयूआई ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि पांच दिनों के भीतर इन समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो संगठन उग्र आंदोलन करेगा और इसकी पूरी जिम्मेदारी कॉलेज प्रशासन की होगी।

महाविद्यालय में एनएसयूआई का हल्ला बोल,सुविधाओं की कमी से नाराज छात्र, पांच सूत्रीय मांगों को पूरा करने की मांग
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