कांकेर 7 नवंबर 2025:- कांकेर जिले के दुर्गूकोंदल ब्लॉक के कोडेकुर्से गांव में ईसाई धर्म अपनाए युवक मनोज निषाद की मौत के बाद अंतिम संस्कार को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। मनोज की मौत को तीन दिन हो चुके हैं, लेकिन गांव में अभी तक उनका अंतिम संस्कार नहीं हो पाया है।
बताते चले कि मनोज निषाद कुछ समय पहले ईसाई धर्म अपना चुके थे। उनके निधन के बाद ईसाई समुदाय चाह रहा था कि गांव में ही पारंपरिक तरीके से दफनाया जाए, लेकिन बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने इसका विरोध किया। आप को बता दे कि इस विरोध के कारण गांव में तनाव बढ़ गया और स्थिति को शांत करने के लिए प्रशासन को कई बार मीटिंग करनी पड़ी।
चारामा में भी नहीं हुआ अंतिम संस्कार तीन दिन की बातचीत के बाद ईसाई समुदाय ने शव को चारामा कब्रिस्तान ले जाने की सहमति दी। शुक्रवार दोपहर को शव को लेकर वे चारामा पहुंचे, लेकिन यहां भी किसी कारणवश अंतिम संस्कार संभव नहीं हो पाया। इसके बाद विवाद और गहरा गया।
इस मामले को लेकर बजरंगदल के विभाग संयोजक टीकम तराम ने कहा कि धर्मांतरित व्यक्ति को अंतिम संस्कार के लिए दो गज जमीन नहीं मिलता तो ऐसे में धर्म परिवर्तन क्यों,,? हिंदू समाज के लोगों को जागरूक होने की जरूरत है।
वही ईसाई समुदाय से चारामा अनुग्र प्रार्थना भवन चर्च के पास्टर मोहन ग्वाल ने कहा कि तीन तक एक यक्ति के शव को लेकर परिवार भटक रहा है,यह निंदनीय है।
ताज़ा जानकारी के अनुसार, अब ईसाई समुदाय मनोज निषाद के शव को रायपुर न ले जाने की तैयारी कर रहा है। वहां अंतिम संस्कार किए जाने की संभावना बताई जा रही है।गांव में अभी भी हल्का तनाव बना हुआ है, लेकिन प्रशासन स्थिति को नियंत्रण में रखने की कोशिश कर रहा है।

कोडेकुर्से में धर्मांतरण विवाद गहराया, 3 दिन से रुका अंतिम संस्कार,चारामा me भी कफ़न दफन नहीं,,
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