कांकेर। जिले के ग्राम मरकाटोला फत्तेचंद्र में डंडसेना कलार समाज द्वारा भगवान राजराजेश्वर सहस्त्रबाहु अर्जुन जयंती बड़े ही हर्षोल्लास और पारंपरिक उत्साह के साथ मनाई गई। यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक रहा, बल्कि समाजिक एकता, संस्कृति और सामूहिक सहयोग का सुंदर उदाहरण भी प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम की शुरुआत सुबह विधिवत पूजा-अर्चना और कलश यात्रा के साथ हुई। ग्राम की सड़कों पर जब कलार समाज की महिलाओं ने पारंपरिक वेशभूषा में सजे कलश लेकर डीजे की धुनों पर शोभायात्रा निकाली, तो पूरा गांव भक्तिमय वातावरण में डूब गया। इस कलश यात्रा में समाज के सैकड़ों महिलाएं, पुरुष और युवा उत्साहपूर्वक शामिल हुए। यात्रा के समापन के पश्चात भगवान सहस्त्रबाहु अर्जुन की छायाचित्र की विधिवत पूजा की गई।
भगवान सहस्त्रबाहु अर्जुन, जिन्हें भगवान कार्तवीर्य अर्जुन के नाम से भी जाना जाता है, को कलार समाज अपने आराध्य देव के रूप में पूजता है। कलार समाज ने इस दिन को सामाजिक सद्भाव, एकता और आत्मगौरव के उत्सव के रूप में मनाया।
मुख्य समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में क्षेत्रीय विधायक आशाराम नेताम शामिल हुए। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि भगवान सहस्त्रबाहु अर्जुन का जीवन हम सभी को समाज में न्याय, पराक्रम और संगठन का संदेश देता है। विधायक नेताम ने समाज के विकास के लिए हरसंभव सहयोग का आश्वासन देते हुए कलार समाज भवन के निर्माण के लिए 10 लाख रुपये देने की घोषणा की।
विशेष अतिथि के रूप में भाजपा जिला अध्यक्ष महेश जैन, सरपंच मिथलेश कावडे, ग्राम प्रमुख मणिशंकर सिन्हा, संदीप सिन्हा, राजेंद्र प्रसाद सिन्हा, सरवन सिन्हा, ओमप्रकाश जैन, रूपेश सिन्हा, संदीप जैन, ईश्वर सिन्हा, टीकाराम सिन्हा, बिशाली राम सिन्हा सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
इस अवसर पर महेश जैन ने समाजजनों को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान सहस्त्रबाहु अर्जुन का जीवन आदर्शों से परिपूर्ण रहा है।
पूरे दिन चले इस आयोजन में सामाजिक बंधुत्व का सुंदर दृश्य देखने को मिला। ग्रामीणों और समाजजनों ने मिलकर प्रसाद वितरण एवं भंडारे का आयोजन किया। बच्चों और युवाओं ने भी बढ़-चढ़कर भागीदारी निभाई।
शाम के समय लोकधारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें कलाकारों ने छत्तीसगढ़ी पारंपरिक नृत्य, गीत और नाटक प्रस्तुत किए। लोकगीतों और ढोल-नगाड़ों की गूंज से पूरा वातावरण गूंज उठा। समाज की युवा पीढ़ी ने भी सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से भगवान सहस्त्रबाहु अर्जुन के आदर्शों को जीवंत किया।
कलार समाज के पदाधिकारियों ने इस सफल आयोजन के लिए ग्रामवासियों और उपस्थित अतिथियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन समाज की एकता को सशक्त बनाते हैं और नई पीढ़ी को अपनी परंपराओं से जोड़ते हैं।
इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों ने भगवान सहस्त्रबाहु अर्जुन के आदर्शों पर चलने, समाज में समरसता और सहयोग की भावना बनाए रखने का संकल्प लिया।

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