मौसम साहू कांकेर 16 जुलाई 2025:- विकासखंड कोयलीबेड़ा के अंतर्गत ग्राम पंडरीपानी से गुमड़ीपारा पहुंच मार्ग की स्थिति इतनी खराब है कि गर्भवती महिला को ईलाज के लिए चार किमी. कच्ची कीचड़नुमा सड़क पैदल पार करने को मजबूर हुई, उसकी मदद के लिए उसके साथ परिवार की चार महिलाएं भी थी।
जानकारी के अनुसार कोयलीबेड़ा विकासखंड के ग्राम पंचायत परतापुर के आश्रित ग्राम पंडरीपानी से गुमड़ीपारा पहुंच मार्ग की हालत अत्यंत खराब है। यह सड़क लगभग चार किलोमीटर की सड़क इतनी जर्जर है कि दुपहिया और चार पहिया वाहन चलाना भी संभव नहीं है। ग्राम पटेल देवनिधि नरवास ने बताया सरपंच को कई बार इस समस्या से अवगत कराया गया है, लेकिन उन्होंने इस सड़क को कभी गंभीरता से नहीं लिया। सरपंच और सचिव इस समस्या को नजर अंदाज करते आ रहे हैं। ग्रामीणों ने शासन से मांग किया है कि पंचायत को सरकार के द्वारा कई निधि से पैसा मिला है, उसकी जाँच किया जाएं कि किस कार्य में खर्च किया गया है।
सड़क मरम्मत करवाने ग्रामीणों माँग किया
गांव की जीवन रेखा को सुधारने के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधि कतई गंभीर नहीं है। ग्रामीणों ने माँग किया है कि इस सड़क की मरम्मत कराई जाए और ग्रामीणों को मूलभूत सुविधाएं प्रदान की जाएं। इसके साथ ही सरपंच और सचिव की लापरवाही की जांच करते हुए कार्रवाई भी किया जाए।
मुश्किलें नहीं हो रहीं कम
गर्गवती महिला सुनीता कोमरा पति संजय कोगरा को चार किलोमीटर की कच्ची सड़क पैदल चलकर पार करनी पड़ी। चार किमी परतापुर पहुंची, जहाँ गर्भवती महिला का इंतजार एंबुलेंस कर रही थी। महिला को इलाज के लिए पखांजूर सिविल अस्पताल लाया गया। परतापुर की यह घटना इस बात का प्रमाण है कि सड़क की खराब हालत के कारण ग्रामीणों को कितनी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

CG गर्भवती को जर्जर सड़क में 4 किमी चलना पड़ा पैदल, तब मिली एम्बुलेंस,,,ये कैसी विवशता, सरपंच व सचिव ने सड़क मरम्मत को लेकर नही दिया ध्यान
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