चारामा, 06 जनवरी 2025।
महानदी से होने वाले रेत परिवहन के चलते चारामा नगर और आसपास के गांवों में सड़क और स्वास्थ्य से जुड़ी गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। चारामा से भिरौद मार्ग में दिन-रात 10-12 पहिया हाइवा वाहनों के माध्यम से रेत का परिवहन महानदी पुल से होकर खेतों में बने कच्चे मार्ग से राष्ट्रीय राजमार्ग 30 तक किया जा रहा है। इसके बाद यह रेत बड़े शहरों तक पहुंचाई जाती है।
भारी वाहनों की लगातार आवाजाही के कारण क्षेत्र की सड़कों और पुलों को भारी क्षति पहुंच रही है। यह मुख्य सड़क 15-20 गांवों को चारामा नगर से जोड़ती है और इसका उपयोग ग्रामीणों, स्कूली बच्चों और अन्य यात्रियों द्वारा नियमित रूप से किया जाता है। भारी वाहनों की अधिकता के कारण दुर्घटनाओं की आशंका भी लगातार बनी रहती है।
इसके अलावा, नगरवासियों को भारी धूल और कीचड़ की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। वाहनों की आवाजाही से उठने वाले धूल के गुबार और कीचड़ से स्थानीय निवासियों का जीवन प्रभावित हो रहा है।
यह समस्या वर्षा ऋतु के बाद हर साल शुरू हो जाती है और नगर के लोग मजबूरी में इस विषम स्थिति को झेलते हैं। स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से इस समस्या का स्थायी समाधान करने की मांग की है। उनका कहना है कि क्षेत्र की सड़कें, पुल और स्वास्थ्य को बचाने के लिए तुरंत कदम उठाए जाने चाहिए।
इस मुद्दे को लेकर नगरवासियों ने बड़ी संख्या में एकत्र होकर रास्ता जाम कर विरोध प्रदर्शन किया और प्रशासन से तुरंत कार्रवाई की अपील की।