23 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुँच गया है। इस हमले में 26 पर्यटकों की मौत हो गई और 17 घायल हुए, जिनमें विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। हमले की जिम्मेदारी ‘कश्मीर रेजिस्टेंस’ नामक एक नए आतंकी समूह ने ली है, जिसने इसे कश्मीर में बाहरी लोगों की बसावट के विरोध में अंजाम दिया बताया।
भारत सरकार ने इस हमले के लिए पाकिस्तान को अप्रत्यक्ष रूप से जिम्मेदार ठहराया है और कड़ी कार्रवाई की घोषणा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सऊदी अरब यात्रा बीच में छोड़कर उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक की अध्यक्षता की। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह ने भी सख्त प्रतिक्रिया की बात कही है।
भारत द्वारा उठाए गए प्रमुख कदमः-
1.इंडस जल संधि को निलंबित किया गया है।
2.पाकिस्तान में भारतीय दूतावास बंद करने का निर्णय लिया गया है।
3.भारत में मौजूद पाकिस्तानी राजनयिकों को 48 घंटे में देश छोड़ने का आदेश दिया गया है।
4.पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा जारी करना बंद कर दिया गया है।
5.अटारी बॉर्डर को बंद कर दिया गया है।
6.इंडस जल संधि को निलंबित किया गया है।
7.पाकिस्तान में भारतीय दूतावास बंद करने का निर्णय लिया गया है।
8.भारत में मौजूद पाकिस्तानी राजनयिकों को 48 घंटे में देश छोड़ने का आदेश दिया गया है।
9.पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा जारी करना बंद कर दिया गया है।
10.अटारी बॉर्डर को बंद कर दिया गया है।
इन कड़े कदमों के बाद पाकिस्तान ने भी एलओसी पर सतर्कता बढ़ा दी है। सूत्रों के अनुसार, पाक अधिकृत कश्मीर में 42 आतंकी लॉन्च पैड सक्रिय हैं, जहां 110 से 130 आतंकी मौजूद हैं।
इस घटनाक्रम ने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसे हालात पैदा कर दिए हैं। हालांकि, दोनों देशों ने अभी तक सैन्य कार्रवाई की घोषणा नहीं की है, लेकिन स्थिति बेहद तनावपूर्ण बनी हुई है।
इस हमले के बाद भारत में पाकिस्तान के खिलाफ आक्रोश की ब्लहर है और सरकार पर कड़ी कार्रवाई का दबाव बढ़ रहा है। आगामी दिनों में दोनों देशों के बीच संबंधों में और गिरावट की आशंका जताई जा रही है।

कश्मीर की आग: आतंकी हमले के बाद भारत की सख्त कार्रवाई, पाकिस्तान पर सीधा निशाना”
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