दंतेवाडा, 6 जनवरी 2025 – बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्रकार हत्या मामले में एक बडा खुलासा हुआ है। बस्तर के इतिहास में अब तक ऐसी जघन्य हत्या किसी की नहीं की गयी, जैसी हत्या हत्यारों ने मुकेश चंद्रकार की है। मुकेश की हत्या इतनी बेरहमी से की गयी है कि इसकी जांच रिपोर्ट पढकर आपकी भी रूह कांप जायेगी। दरअसल मुकेश के शरीर का कोई हिस्सा ऐसा नहीं छूटा जहां हत्यारों ने चोट न पहुंचाई हो। चोटें भी ऐसी थीं कि पीएम करने वाले डॉक्टरों के भी हाथ कांपने लगे। उन्होंने अपने कैरियर में इतनी बुरी स्थिति में किसी शव को नहीं देखा।
पत्रकार मुकेश की हत्या के लिये हत्यारों ने पहले तो मुकेश के पीछे खडे होकर वार किया और इसके बाद ताबडतोड वार किये और मुकेश ने कुछ ही देर में दम तोड दिया। मामला दर्ज करने के बाद पुलिस ने शव का पीएम कराया। शव का पीएम डॉ राजेन्द्र रॉय व अन्य दो डाक्टरों ने किया। डॉक्टरों ने शव का पीएम किया और इसके बाद जो रिपोर्ट उन्होने तैयार की वो काफी दर्दनाक और चौंकाने वाली है।
शरीर में इतनी जगहों पर चोटें – मुकेश के सर पर 15 फ्रेक्चर पाये गये। हत्यारों ने मुकेश पर इस तरह से वार किये कि उसका लीवर भी चार टुकडों में बंट गया। हत्यारों के लगातार वार से मुकेश के शरीर की 5 पसलियां भी टूटी हुई है। इतना ही नहीं हत्यारों की बर्बरता देखिये उन्होने मुकेश के गर्दन भी तोड डाली। और मुकेश की एक कॉलर बोन भी टूटी पायी है। इसके साथ ही मुकेश का हार्ट भी इस हमले में फट गया। उक्त बातों की जानकारी पीएम करने वाले डॉक्टर श्री रॉय ने दी है। डॉक्टरों ने यह भी बताया कि मुकेश के बायें हाथ पर कलाई के उपर चोट का निशान है संभवतः उसने बचाव के लिये अपना बायां हाथ आगे किया होगा और इसी से उसे चोट लगी होगी।
12 साल में ऐसा पहला केस – शव का पीएम करने वाले डॉ राजेन्द्र रॉय ने बताया कि वे बस्तर में 12 सालों से सेवाएं दे रहे हैं, और शवों का पीएम भी करते आ रहे है, लेकिन उन्होने बीते 12 साल में ऐसा पहला केस देखा जबकि हत्यारों ने किसी की हत्या इतनी निर्ममता से की हो। डॉ रॉय बताते हैं कि शव के पीएम के बाद रिपोर्ट तैयार करने में उनके हाथ कांपने लगे हैं। डॉ रॉय के साथ पीएम अन्य दो डॉक्टरों ने किया। वे आपस में ये चर्चा करते रहे कि कोई इंसान किसी को इतनी बेहरमी से कैसे मार सकता है। डॉक्टरों ने बताया कि इतनी चोट खाने के बाद दर्द का अंदाजा लगा पाना भी मुश्किल है।
हत्यारों की संख्या दो से ज्यादा – इधर पुलिस ने प्रारंभिक जांच में दो हत्यारों को मौका ए वारदात पर होना पाया और उन्हें जेल भी भेज दिया। लेकिन पीएम करने वाले डॉक्टरों का साफ तौर पर कहना है कि इतनी चोटें केवल दो व्यक्ति पहुंचाये, ये संभव नहीं है। चोट देख अंदाजा लगाया जा रहा है कि हत्यारों की संख्या कहीं ज्यादा है। बता दें कि पुलिस ने पत्रवार्ता कर इस हत्याकांड को दो ही हत्यारों द्वारा अंजाम दिया जाना बताया था लेकिन पीएम रिपोर्ट पुलिस के दावों को झूठा साबित कर रही है। ऐसे में अब देखना ये होगा कि पुलिस इस मामले में संलिप्त अन्य हत्यारों तक कब पहुंच तक पाती है।