एनएसयूआई के प्रदेश महासचिव महेंद्र नायक ने प्रदेश सरकार की नीतियों पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार की नीतियां प्रदेश के युवाओं को आर्थिक विकास और रोजगार से भटकाने का कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि आबकारी विभाग द्वारा बड़े पैमाने पर प्रदेश में शराब दुकानों को खोला जा रहा है, जो युवाओं को नशे की ओर ले जाने वाली एक घातक पहल है।
महेंद्र नायक ने कहा कि सरकार युवाओं को शिक्षा से दूर कर नशे की ओर धकेल रही है। उन्होंने स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा लाए गए युक्तियुक्तकरण नीति को पूरी तरह से विफल बताया और कहा कि इस पर सरकार को ब्लू प्रिंट सौंपा गया है, जिसमें स्पष्ट किया गया है कि यह नीति छात्रहित के विरुद्ध है और इसे पहले ही खारिज किया जा चुका है।
उन्होंने आशंका जताई कि इस नीति से सरकारी स्कूल बंद होने की स्थिति बन सकती है और निजीकरण को बढ़ावा मिलेगा। नायक ने कहा कि शिक्षकों की संख्या घटाई जा रही है, जिससे प्राथमिक विद्यालयों में एक प्रधानपाठक के साथ केवल एक शिक्षक को पांच कक्षाएं पढ़ानी पड़ेंगी, जो असंभव है। माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्तर पर भी शिक्षकों की भारी कमी हो रही है, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है।
महेंद्र नायक ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने इन नीतियों पर पुनर्विचार नहीं किया, तो एनएसयूआई सड़क से सदन तक आंदोलन करेगी और विद्यार्थियों के अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष जारी रखेगी।

एनएसयूआई प्रदेश महासचिव महेंद्र नायक ने भाजपा सरकार पर साधा निशाना, शिक्षा और युवाओं के भविष्य को बताया खतरे में
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