धमतरी 11 नवंबर :- बीते सात नवंबर को उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के सीतानदी वन परिक्षेत्र के सातलोर बीट (जहां 38-40 हाथी सिकसार दल का विचरण कर रहा था) में खून खा धब्बा बिखरे होने की
सूचना वन परिक्षेत्र अधिकारी रिसगांव को मुखबीर से सूचना मिली, जिसके बाद परिक्षेत्र अधिकारी रिसगांव सहित टीम द्वारा पतासाजी करने पर मौके से पोटाश बम का टुकड़ा मिला, वहीं अगले दिन एंटी पोचिंग टीम द्वारा मौके का मुआयना किया गया एवं स्टाफ के साथ मिलकर 6 किलोमीटर तक खून के धब्बे एवं पगमार्क ट्रेस किए गए।
वहीं सीसीएफ वाइल्डलाइफ सतोविषा समाजदार जंगल सफारी के डॉक्टर राकेश यादव, डॉग स्क्वाड एवं शासकीय ड्रोन से घायल
हाथी की तलाश शुरू की गयी, प्रथम दृष्टया बम विस्फोट से हाथियों का दल छोटे छोटे चार दलों में बंट गया है, पोटाश बम हाथी के लिए उपयोग किया था या जंगली सूअर मारने के लिए इसकी पतासाजी की जा रही है,चूंकि एसडीओ सीतानदी एम आर साहू मौके से नदारद रहे इसलिए एसडीओ उदंती गोपाल कश्यप के नेतृत्व में तीन दिनों तक लगातार घायल हाथी की तलाश की गयी जो कि बीते कल यानी रविवार को ड्रोन एवं स्टाफ की मदद से एक छोटा बच्चा (5-6 वर्ष) जिसका जबड़ा सूजा हुआ एवं पैर में चोट पता चल रही है।इधर थर्मल ड्रोन की मदद से हाथी की संख्या का सटीक आकलन किया जा रहा है एवं कल सुबह से चोट का उपचार डॉक्टर की टीम द्वारा किया जायेगा, वहीं घायल हाथी के मामले में वन विभाग ने पोटाश बम लगाने वाले व्यक्ति की सूचना देने पर 10 हजार रुपए के इनाम की घोषणा की गई है, जिसके लिए डॉग स्क्वाड का भी सहारा लिया जा रहा है,जिससे कि अपराधियों का सुराग मिल सके, मामले की शिकायत पुलिस थाने में भी दर्ज कराई गई है,इस कार्रवाई में एसडीओ गोपाल कश्यप, ड्रोन ऑपरेटर मनीष राजपूत, अभिन्नांन सितारे, परिक्षेत्र अधिकारी शैलेश बघेल, प्रतिभा मेश्राम, नरेशनाग और बीट गार्ड राहुल राजपूत, रूपेंद्र मरकाम, सत्य पटेल तथा समस्त स्टाफ का योगदान रहा।