कांकेर 2 सितंबर 2025:- छत्तीसगढ़ प्रदेश एनएचएम कर्मचारी संघ के बैनर तले चल रहा अनिश्चितकालीन आंदोलन मंगलवार को 16वें दिन भी जारी रहा। 18 अगस्त से अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठे संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने आज हनुमान चालीसा एवं सुंदरकांड पाठ कर हवन-यज्ञ किया। कर्मचारियों का कहना है कि वे सरकार को सद्बुद्धि देने और अपनी जायज़ मांगों की पूर्ति के लिए यह अनुष्ठान कर रहे हैं।
बताते चले कि छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) कर्मचारी अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। आंदोलन के 16वा दिन मंगलवार को कांकेर में कर्मचारियों ने सरकार को “सद्बुद्धि देने के लिए हवन-यज्ञ” किया। मंत्रोच्चारण और अग्निहोत्र के बीच कर्मचारियों ने अपनी व्यथा व्यक्त करते हुए सरकार से मांगों को पूरा करने की मांग की।
पिछली कांग्रेस सरकार में 27 प्रतिशत की वेतन वृद्धि छत्तीसगढ़ के सभी संविदा कर्मचारियों के लिए किया गया था जिसमे सोलह हजार एन एच एम कर्मचारियों भी शामिल थे पर इन स्वास्थ्य कर्मचारियों को आज तक 27 प्रतिशत वेतन बढ़ोतरी जो कई सालों से अटका के रखा गया है इसी प्रकार तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव जी ने अपने कार्यकाल के अंतिम क्षण में संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को नियमितीकरण करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाया था पर पिछली सरकार मागों को पूरा नहीं कर सकी इस बात पर तत्कालीन स्वास्थ्य टी एस सिंहदेव ने बयान दिया है कि कांग्रेस की तथा उनके स्वयं का हर का कारण संविदा कर्मचारियों का नियमितीकरण भी एक गंभीर मुद्दा है।
इसलिए स्वास्थ्य संविदा कर्मचारियों की पीड़ा को मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव से लेकर विधानसभा सत्र में भी मजबूती से रखेंगे साथ ही लड़ेंगे और जीतेंगे के नारे के साथ कर्मचारियों में आशा का संचार किया।
इसके पूर्व आंदोलन के स्वरूप के बारे में बताते हुए जिलाध्यक्ष दीपक वर्मा ने बताया कि, विधानसभा चुनाव 2023 में भारतीय जनता पार्टी ने मोदी की गारंटी का नारा देते हुए अपना घोषणा पत्र बनाया जिसमें हम एनएचएम के कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान का वादा किया गया है इस सरकार के कार्यकाल में 175 से अधिक ज्ञापन देने के पश्चात कोई सुनवाई न होने पर विवश होकर प्रदेश के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत कार्यरत 16 हज़ार संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अनिश्चितकालीन आंदोलन को और अधिक तेज कर दिया हैं।
दो दशक बाद भी शोषण की पराकाष्ठा, आर पार की लड़ाई जारी रहेगी
कांकेर ब्लॉक अध्यक्ष गौरव सोनी ने जानकारी दी कि शोषण की पराकाष्ठा हो चुकी है 20 साल का शोषण का समय छोटा मोटा समय नही, 20 साल में से 15 साल भारतीय जनता पार्टी की ही सरकार यहां थी, दूसरे राज्यो की अपेक्षा छत्तीसगढ़ राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में कार्यरत कर्मचारियों की स्थिति अत्यंत दयनीय है, इसी के विरोध में हमने शासन के दमन के आगे ना झुकने का फैसला किया है।
हड़ताली कर्मचारियों ने स्वास्थ्य मंत्री जी के इस बयान का भी खंडन किया है कि एनएचएम के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की 10 सूत्री मांगों में से पांच मांगे पूरी कर दी गई है, कर्मचारियों का कहना है कि यह पूरी तरह से सही नहीं है और भ्रामक बात है 10 में से केवल एक ही मांग है जिस पर सर्कुलर जारी हुआ है अन्य किसी भी मांग पर उचित निर्णय नहीं लिया गया तथा मांगों के स्वरूप को बदलने का प्रयास शासन- प्रशासन द्वारा किया जा रहा है , दो दशकों से शोषित ,पीड़ित, अल्प वेतन में काम कर रहे एन एच एम संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अपने नियमितीकरण ,स्थाईकरण पब्लिक हेल्थ कैडर, ग्रेड पे, अनुकंपा नियुक्ति जैसी जरूरी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं जिस पर वर्तमान सरकार के द्वारा बहुत निवेदन करने और ज्ञापन देने के पश्चात भी कोई सुनवाई नहीं की गई। उक्त मांगों को केंद्र सरकार के मत्थे मढ़ा जा रहा है जबकि तकनीकी रूप से प्रदेश में स्वास्थ्य और स्वास्थ्य के कर्मचारियों का पूरा विषय राज्य सरकार के निर्णय के अधीन होता है । हड़ताल में जिला अध्यक्ष दीपक वर्मा, गौरव सोनी, देवकुमार सोम, मनेन्द्र कुमार, डॉ योगेश प्रजापति, दीपक राजपूत, संजीव मिश्रा, विनोद वैद्य, शीतल साहू, लेखन पुरी गोस्वामी, सोनसाय मांडवी, किरण देवदास, रीना सलाम, पूर्णिमा यादव, हिरकनी साहू, क्रिस्टीना सेन, उषा बघेल, ख़ेमनारायण साहू, पवन वर्मा, प्रियंका कौशल, पद्मनी रजक, ट्विंकल बेसरा, संजना सिंह, खिलेश्वर जैन, भारती साहू सहित कर्मचारीगण उपस्थित थे।
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