धैर्य एवं दृढनिश्चय होना सफलता की कुंजी है-सुधीर ठाकुर
कांकेर। जिले के चारामा विकासखंड के लखनपुरी से सटे महानदी तट पर बसे छोटे से ग्राम बोदेली के लाल सुधीर ठाकुर ने छत्तीसगढ पीएससी मुख्य परीक्षा में चयनित होकर ग्राम एवं जिले का नाम रौशन किया है। सबसे बडी बात रही कि सुधीर प्राथमिक शिक्षा काल से वर्तमान काल तक बिना किसी ट्युशन एवं कोचिंग के उच्च मुकाम को हासिल कर पाया है। उनका अगला लक्ष्य युपीएससी परीक्षा में सफलता अर्जित कर आईएएस बनना है। उनकी इस उपलब्धि से जहां परिवार में खुशियों का माहौल है, वहीं क्षेत्र के लोग गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
बताते चलें सुधीर ठाकुर की प्राथमिक शिक्षा नगर के सेंट माईकल इंग्लिश हायर सेकेण्डरी स्कूल गोविंदपुर में हुई। हाईस्कल में मेरिट में स्थान बनाया। पिता की शासकीय सेवा होने के चलते अगली पढाई जगदलपूर में की। जहां उन्होंने 12 की पढाई गणित विषयों के साथ निर्मल विद्यालय में की। यहीं वर्ष 2019 में शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय जगदलपुर से मेकेनिकल इंजीनियरिंग की पढाई पूरी की। 2021 में थर्मल इंजीनियरिंग एनआईटी राउरकेला(उडीसा) से पोस्ट ग्रेजुएट किया।
पोस्ट ग्रेजुएट करने के बाद यहां से दिल्ली जाकर युपीएससी की तैयारी करते रहे। यहां रहते छत्तीसगढ पीएससी प्री एक्जाम में सलेक्शन हुआ। सफलता कदम चुमती रही। अथक मेहनत और प्रयास से छत्तीसगढ पीएससी की मुख्य परीक्षा 2024 में उनका चयन हो गया। 29 नवंबर 2024 वह खुशी का दिन था जब पीएससी से चयनित होने के बाद उन्हें जिला जेल अधीक्षक के पद पर लिस्ट में दर्ज नाम देखी तो सुधीर ही नहीं परिवार,गांव,समाज में खुशियां ही खुशियां व्याप्त हो गई।
सुधीर ठाकुर संस्कारीत परिवार का वो सुपुत्र है,जिस पर सबको नाज है। परिवार में एक बडी बहन एवं स्वयं एक भाई के सीमित परिवार में बालपन से ही शिक्षा के प्रति अनुकूल माहौल मिला। इनके पिता रमेशचंद्र ठाकुर जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र कांकेर में महाप्रबंधक पद पर सेवारत रहे जहां अक्टूबर 2022 में उन्होंने सेवानिवृत्ति ली। माता श्रीमती ऊषा ठाकुर उच्च शिक्षित गृहणी है,जिनके असीम स्नेह और इनकी दी शिक्षा के चलते आज सुपुत्र सुधीर ठाकुर को यह मुकाम हासिल हो पाया। शिक्षा काल में बडी बहन श्रीमती क्रांति ठाकुर केमरो जो वर्तमान में राज्य कर निरीक्षक के पद पर सेवारत हैं,इनके द्वारा भाई की शिक्षा दीक्षा में विशेष सहयोग रहा। प्रतियोगी परीक्षा के लिए हमेशा इनका मार्गदर्शन मिला। इनके पति डोमेश केमरो भी स्वयं शिक्षा जगत में चारामा स्थित गैंदसिंह महाविद्यालय में सहायक प्राध्यापक के रूप में सेवा दे रहे हैं।
जेल अधीक्षक के पद पर चयन उपरांत ग्राम बोदेली के वार्षिक मेला आयोजन में मंच पर ग्रामवासियों द्वारा ग्राम गौरव सम्मान से अलंकृत किया गया। अवसर पर कर्मचारी संघो द्वारा भी सम्मान किया गया। सुधीर ठाकुर ने मौके से युवाओं को सलाह देते कहा कि सिर्फ शिक्षा पर अपना ध्यान केंद्रीत करें। दिन भर मोबाईल और सोशल मीडिया से दूर रह कर मेहनत करें।
सुधीर ठाकुर के इस उपलब्धि पर भानुप्रतापपुर की लोकप्रिय विधायक सावित्री मनोज मंडावी, नरेंद्र यादव,हिरवेंद्र साहू, राजेंद्र सलाम,विजय मंडावी,राजेंद्र गौर, वीरेंद्र श्रीवास्तव,पप्पू मोटवानी, मोहन राव सेनापति, राजू नरेंद्र सोनी,रमाकांत शर्मा,श्रीमती चम्पा वट्टी, सत्यवती मरकाम,यमुना निर्मलकर, अरूण मरकाम, सत्तार खान, सशक्त हस्ताक्षर के मनोज जायसवाल, विजय तिवारी,मिथलेश्वरी शोरी, भागवत ठाकुर,बृजलाल साहू, एस.पी. सिंग,विजय ठाकुर,समीर कुरैशी आदि ने बधाई एवं शुभकामनाएं दी है।