नारायणपुर 8 अक्टूबर 2025: जिला नारायणपुर के ग्राम सरगीपाल में सोमवार को मतांतरित परिवार के एक सदस्य की मृत्यु हो गई। मृतक के शव को दफनाने को लेकर गांव में विवाद शुरू हो गया। ग्रामीणों का कहना है कि मतांतरित परिवार को गांव की मिट्टी में दफन करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उनका कहना है कि सरकार ने इस परिवार के लिए अलग से जमीन आवंटित की है, जहां ही शव को दफन करना चाहिए।
विवाद बढ़ने पर दोनों पक्षों की बैठक कराई गई। बैठक में तय हुआ कि शव को केवल सरकार द्वारा आवंटित जमीन में ही दफनाया जाएगा। इसके बाद गांव वाले अपने-अपने घर लौट गए। लेकिन मृतक परिवार ने बैठक के निर्णय को नजरअंदाज करते हुए शव को गांव में ही दफना दिया। इस कदम से गांव वालों में गुस्सा फैल गया।
गांववासियों का कहना है कि प्रशासन द्वारा दी गई जमीन का सम्मान होना चाहिए और नियमों के अनुसार ही कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने शव को आवंटित भूमि में ले जाने के लिए अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, नारायणपुर को ज्ञापन सौंपा और थाना नारायणपुर में रिपोर्ट दर्ज कराई। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर दो दिन के भीतर शव को निर्धारित जगह पर नहीं ले जाया गया, तो वे उग्र आंदोलन करेंगे।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह मामला सिर्फ जमीन का नहीं है, बल्कि गांव की परंपरा और नियमों का पालन करने का है। ग्रामीणों का मानना है कि सभी परिवारों को कानून और प्रशासन के निर्णय का सम्मान करना चाहिए।

धर्मांतरण की आग में झुलस रहा बस्तर, मानांतरित परिवार के कफ़न दफन में फिर हुआ विवाद, दफनाए शव को दो दिन में बाहर नहीं निकला तो होगा उग्र प्रदर्शन
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