कांकेर 24 दिसंबर 2025:- जिले के चारामा विकासखंड के ग्राम कहाड़गोंदी में आयोजित कोया पुनेम एवं संवैधानिक विषयों पर आधारित पाँच दिवसीय केंद्रीय प्रशिक्षण शिविर में आज राष्ट्रीय पेसा दिवस के अवसर पर पेसा एक्ट से संबंधित प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि गोंडवाना समाज की परंपरा, रीति-नीति और संस्कृति को समझने तथा उसके संरक्षण और संवर्धन के लिए यह प्रशिक्षण अत्यंत उपयोगी है। सभी लोगों को आपसी सहयोग से समाज की सेवा करनी चाहिए। आदिवासी समाज प्रकृति पूजक है, इसलिए जल, जंगल और जमीन की रक्षा करना हम सबकी जिम्मेदारी है। साथ ही शिक्षा को प्राथमिकता देते हुए यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। युवाओं को नशे से दूर रहने की भी अपील की गई।
कलेक्टर ने प्रशिक्षण सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि पेसा एक्ट की जानकारी से प्रकृति संरक्षण के साथ-साथ परंपरागत ज्ञान, संस्कृति और रीति-रिवाजों के संरक्षण में मदद मिलेगी तथा वनों का संरक्षण और संवर्धन भी होगा। उन्होंने कहा कि जहाँ आदिवासी समाज निवास करता है, वे क्षेत्र जल, जंगल और खनिज सम्पदा से समृद्ध हैं, फिर भी वहाँ सामाजिक सूचकांक कम और गरीबी अधिक है। इसे दूर करना शासन की प्राथमिकता है। यदि जनप्रतिनिधि और समाज के लोग मिलकर प्रयास करें तो निश्चित रूप से सकारात्मक परिणाम मिलेंगे।
ग्रामीणों की मांग पर कलेक्टर ने ग्राम कहाड़गोंदी में आंगनबाड़ी भवन और पीडीएस दुकान भवन निर्माण की स्वीकृति प्रदान की। प्रशिक्षण सत्र को जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हरेश मंडावी ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर पेसा भाग-दो पुस्तिका का विमोचन भी किया गया। इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक सावित्री मंडावी द्वारा ग्राम कहाड़गोंदी और ग्राम पुरी में गोटुल भवन निर्माण करवाने की घोषणा की गई।
गोंडवाना समाज समन्वय समिति के विजय ठाकुर ने कहा कि पेसा कानून बनने के बाद भी धरातल पर इसका सही क्रियान्वयन नहीं हो पाया है। अब समाज के युवाओं को kBKS के द्वारा पाँच दिवसीय प्रशिक्षण देकर पेसा कानून की जानकारी दी जा रही है। पेसा ग्रामसभा की आत्मा है और पंचायत को सशक्त बनाने के लिए बनाया गया है। युवाओं को जागरूक कर इसे मजबूत किया जा रहा है। कार्यक्रम का आयोजन के माध्यम से किया गया।
कार्यक्रम में विधायक बिंद्रानवगढ़ जनक ध्रुव भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश में आज राष्ट्रीय पेसा दिवस मनाया जा रहा है। कांकेर जिले में पेसा कानून का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कानून बन चुका है, लेकिन अभी भी जमीनी स्तर पर इसका पालन नहीं हो पा रहा है। पंचायतों को सशक्त बनाने के लिए पेसा कानून अत्यंत महत्वपूर्ण है।कार्यक्रम में गोंडवाना समाज के पदाधिकारी, समाज प्रमुख, युवा वर्ग सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
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