कांकेर 19 दिसंबर 2025:- जिले के ग्राम आंवरी में आज अस्पृश्यता निवारण के लिए सद्भावना शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर नागरिक अधिकार संरक्षण अधिनियम 1955 और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अधिनियम 1989 के तहत आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग, उत्तर बस्तर कांकेर द्वारा आयोजित किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता विधायक भानुप्रतापपुर विधानसभा सावित्री मनोज मंडावी ने की। शिविर की शुरुआत संत शिरोमणि गुरु घासीदास बाबा और संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के छायाचित्र पर दीप प्रज्ज्वलन और माल्यार्पण कर की गई। स्वागत भाषण में सहायक संचालक त्रिलोक चंदेल ने अतिथियों का स्वागत किया और नागरिक अधिकार संरक्षण अधिनियम व एससी-एसटी अधिनियम के प्रावधानों की जानकारी देते हुए कार्यक्रम के उद्देश्य बताए।
अपने संबोधन में सावित्री मनोज मंडावी ने कहा कि गुरु घासीदास बाबा के बताए मार्ग पर चलकर समाज से छुआछूत और भेदभाव को खत्म करना चाहिए। उन्होंने आपसी प्रेम, समरसता और सद्भाव के साथ समाज और देश के विकास में योगदान देने की अपील की। जिला पंचायत कांकेर की सभापति तेजेश्वरी सिन्हा ने कहा कि अस्पृश्यता विकसित भारत के मार्ग में सबसे बड़ी बाधा है और इसे समाप्त करने का सभी को संकल्प लेना चाहिए।
इस अवसर पर आयोजित बौद्धिक और खेल प्रतियोगिताओं के विजेताओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। साथ ही समाज सेवा में निःस्वार्थ योगदान देने वाले वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ताओं को स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। सम्मानित होने वालों में लक्ष्मण रात्रे, कपूर बारसागढ़े, अमर सिंह कुर्रे, चंद्रशेखर केसरी, संदीप मेश्राम, एल.आर. बंजारे, संतोष डाहरे सहित अन्य शामिल रहे।
कार्यक्रम के अंत में विभाग की ओर से विधायक और मंचासीन अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए कार्यक्रम में प्रमुख रूप से अमिता बंजारे, गरिमा रावटे, जयप्रकाश गावड़े,ओमप्रकाश साहू, प्रताप सलाम, सत्कार पटेल, संतोष नाहर सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण और गणमान्य लोग उपस्थित रहे।


BastarExpress.Com बस्तर की छोटी बड़ी खबरों के लिए हमें फ़ॉलो करें।
