रिपोर्टर – जगन्नाथ साहू
बालोद, 20 मई 2025 l छत्तीसगढ़ के बालोद और कांकेर जिलों में बीती रात जंगली जानवरों की आमद ने लोगों को हिलाकर रख दिया। गुरुर वन परिक्षेत्र अंतर्गत ग्राम नारागांव में एक भालू के गांव की गलियों में पहुंचने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है, वहीं कांकेर जिले में नेशनल हाईवे-30 पर तेंदुआ देखे जाने से राहगीरों में खौफ बना हुआ है।
ग्राम नारागांव में लगातार रात के अंधेरे में भालू की आवाजाही देखी जा रही है। सोमवार रात को भी भालू गांव की गलियों में घूमता नजर आया, जिसका वीडियो सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हुआ है। यह भालू भोजन और पानी की तलाश में जंगल से भटककर आबादी वाले क्षेत्र में पहुंचा बताया जा रहा है।
वन विभाग ने मामले को गंभीरता से लेते हुए ग्रामवासियों को मुनादी कर सतर्क किया है। विभाग की टीम भालू की निगरानी में जुटी है और ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे सतर्क रहें, रात के समय बाहर न निकलें और बच्चों को अकेले बाहर न भेजें।
कांकेर में तेंदुए की दहशत:
वहीं भीषण गर्मी में बढ़ते तापमान ने इंसान तो क्या जानवरों को झकझोर कर दिया है,लिहाजा वन्यप्राणी जैसे तेंदुआ,भालू जंगल छोड़ गांव की तरफ रुख करने लगे है, लिहाजा कांकेर में आए दिन किसी ना किसी गांव में तेंदूए की चहलकदमी और उनके द्वारा शिकार के मामले सामने आते रहते है,वहीं एक बार फिर कांकेर में सोमवार की देर रात नेशनल हाईवे किनारे तेंदुआ देखा गया है,इस दौरान राहगीरों ने तेंदूए का वीडियो कैमरे कैद कर लिया जो अब सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है,जिसे लेकर लोगों दहशत है, वन विभाग ने लोगों से अलर्ट रहने की अपील की है।
वन विभाग की टीम तेंदुए की गतिविधियों पर नजर रख रही है और लोगों को हिदायत दी जा रही है कि वे हाईवे पर सतर्कता से यात्रा करें और किसी भी वन्यजीव को देखें तो तत्काल सूचना दें।
वन विभाग की अपील:
रात में अकेले बाहर निकलने से बचे
पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर रखें
वन्यजीवों की सूचना तुरंत विभाग को दें
सीसीटीवी कैमरों की निगरानी बनाए रखें
गर्मी के मौसम में जंगलों में जलस्रोत सूखने और भोजन की कमी के चलते जंगली जानवर आबादी वाले क्षेत्रों की ओर रुख कर रहे हैं। ऐसे में सतर्कता और संयम ही सुरक्षा की कुंजी है।
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