कांकेर, 10 दिसंबर 2025। जिले के आमाबेड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत बड़े तेवड़ा गांव में धर्मांतरण और शव दफन को लेकर उपजा विवाद अब गंभीर और संवेदनशील स्थिति में पहुंच गया है। गांव में दफन किए गए शव को कब्र से बाहर निकाले जाने के बाद हालात और अधिक बिगड़ते नजर आ रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, मृतक मूलतः आदिवासी समाज से था, जिसने बाद में ईसाई धर्म अपना लिया था। मृतक के शव को गांव में दफनाए जाने के बाद दो समुदायों के बीच तीव्र विवाद उत्पन्न हो गया था। गुरुवार को प्रशासनिक मौजूदगी में शव को कब्र से बाहर निकाला गया, लेकिन इसके बाद भी तनाव कम होने के बजाय और बढ़ गया।
शव निकाले जाने के बाद क्षेत्र के आदिवासी समाज में भारी आक्रोश देखने को मिला, जिसके चलते गांव में स्थित चर्च को आग के हवाले कर दिया गया। घटना के बाद पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल बन गया, वहीं कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
इधर, शव को दफनाने के लिए चारामा मुक्ति धाम लाए जाने की सूचना मिलते ही सर्व हिंदू समाज में भी रोष फैल गया। बड़ी संख्या में लोग चारामा मुक्ति धाम पहुंच गए और साफ शब्दों में कहा कि वे वहां शव का कफन-दफन नहीं होने देंगे। चारामा क्षेत्र के ईसाई समाज का भी कहना है कि इस मुक्ति धाम में केवल क्षेत्र के व्यक्ति का ही शव कफन दफन करने देंगे।मौके पर शासन और पुलिस प्रशासन के अधिकारी मौजूद हैं और दोनों पक्षों को समझाइश देने का प्रयास कर रहे हैं।
फिलहाल स्थिति अत्यंत संवेदनशील बनी हुई है। माहौल अभी भी गरमाया हुआ है और प्रशासन हालात पर लगातार नजर बनाए हुए है।

धर्मांतरण व शव दफन विवाद ने लिया उग्र रूप: बड़े तेवड़ा से चारामा तक तनाव, मुक्ति धाम में सर्व हिंदू समाज का विरोध
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