विजय साहू :- किस की गलती से गई नवजात शिशु और उसकी माँ की जान
जिला मुखायलय जिला कोंडागांव मे स्थित मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ चिकित्सालय जिला कोंडागांव मे 14 फरवरी शुक्रवार रात्री 10.10 मिनट पे चीपावंड उपसवस्थ केंद्र से रेफर किया गया एक गर्वाबती महिला सुमली कोर्रम पति रामेस्वर कोर्रम निवासी काकड़राबेड़ा चिपावंड को जिला हॉस्पिटल कोंडागांव जिस ने स्टॉफ की लापरवाही और अपने काम से मुह मोड़ने से सही इलाज ना मिलने से नवजात एवं महिला की हुई जिला हॉस्पिटल मे मौत जिला हॉस्पिटल व्यवस्थ की माने तो इन को रात को हॉस्पिटल मे पहुंचने के बाद डॉ शिखा ने इंका इलाज शुरु किया जिस मे पता चला की बच्चे का धड़कन बंद होचुका था फिर इन्होने नॉर्मल डिलीवरी करवाने की कोशिशिस करके बच्चे को बहार निकल ने की कोशिस किया गया 10 बजके 30 मिनट से लेकर 4 बजे तक मेहनत करते रहे लगभग 15 फरवरी दिन शनिवार सुबह लगभग 5 बजे उस महिला का भी देहांत होगया मगर फिर भी इतने घंटो मे किसी के दिमाग़ मे ये बात नही आई की सीजेरियां से भी कमसे कम माँ की जान बचाई जा सकती है मगर नही आप को बताये की सुमाली मात्र 28 वर्ष की थी जो की 38 हफ्ते की गर्वबती थी जो की अपने दूसरे बच्चे को जन्म देते वक्त इस दुनिया को जिल होस्पितल की लापरवाही से अलविदा कहदिया
*आर .सी ठाकुर सिविल सर्जन जिला कोंडागांव (वर्तमान प्रभारी जिला चिकित्सालय जिला कोंडागांव**
जो सुमाली कोर्रम मात्र 28 वर्ष के थी जो कि 38 हफ्ते की गर्वबती थी जिनको छिपावण्ड उपस्वस्थ केन्द्र से जिला चिकित्सालय भेझा गया 10.10 बजे 14 फरवरी को जिसका इलाज चालू किया गया था जिस मे इलाज के चलते पता चला की बच्चे का देहांत गर्व मे हि होगया है जिसे नोलमाल परोसीजर से बाहर लाने की कोशिश किया जा रहा था जो की मुमकिन नही हो पारहा था इलाज के कहलते सुमली वेहोश होगई फिर उन्हे होश मे लाने के लिए कुछ उपचार किया गया फिर उन्हे बचाने का प्रयास विफल होगया 15.फरबरी सुबह लगभग 5 बजे उन की मृतुहोगई ।
**परिजनों का कथन **
परिजनों का कहना है की जब सुमली को जिला हॉस्पिटल प्राइवेट वहन करके लाया गया हॉस्पिटल पहुंच ने के बाद सुमली को किसी भी तरह का इलाज नही किया गया जबकी उन्हे एक बिस्तर पर लेटाया गया और उसे वैसे हि छोर दिया गया और बता दे की उन का कहना है उस समय कोई डॉक्टर हॉस्पिटल मे उपलब्धध हि नही थी नर्स डॉक्टर को फोन लगाकर बुलाने का कोसिस किया पर डॉक्टर नही पहुंची जब परिजनों ने नर्स से बात करने की कोसिस भी किया गया ये पूछने के लिए की डॉक्टर कहा तक पहुंची तो नर्स उन को चिल्ला कर बोला गया हमे सोने दिया जाये बर बर परेशान मत करे बोल कर बुरा भला बोलने लगी 2 बजे के आस पास सुमली की किसी और हॉस्पिटल लेजाने भी बोला गया लगभग सुबह 3 बजे सुमली ने अपनी आँखे बंद कर लिया परिजनों का ये भी कहना है की आख बंद करने के बाद बड़े बड़े अफसर आये और इलाज करने का दिखावा करने लगे उन्हे बताया गया की सुमली अब नही रही फिर आनंदफ़ान मे सुमली की शव को मुक्तंजलि वहन मे सुबह 6 बजे इन्हे इनके घर रवाना कर दिया ।
**मुख्य गवाह राजा व्यापारी**
इनका कहना है की जिस समय सुमली को लाया गया तब कोई भी डॉक्टर उपलब्ध नही था उन हिने अपने मोबाइल से हि कॉल करके सुमली के पाति की मदद करने लगे उन्हे गाड़ी खोजने मे उन का ये भी कहना है उन की पत्नी भी इसी हॉस्पिटल मे हि भरती थि उन के पत्नी और परिवार के साथ भी बहुत क्रुर और अपना जनक व्यबाहर किय गया और किसी भी भारती मरीज को एक बार भी देखने या हाल चल पूछ ने कोई भी डॉक्टर नही आये इन दिनों मे यहा तक उन को मरीज को हात मे लगने वाला टेप भी वे खुद खरीद कर लाना पड़ा कोई भी बस सुबह और शम को हि आती थी बस इंजेक्शन लगाने उस के बिच किसी भी मरीज को किसी प्रकार की तकलीफ होता तो आके देखने का भी कोसिस नाही करते थे ऊपर से इन्हे ये भी बोला गया की अगर आप को अच्छी सेवाएं चाहिए तो आप प्राइवेट हॉस्पिटल ले जाया जाये शासकीय हॉस्पिटल मे अच्छी सेवाएं मुमकिन नही ।
इस न्यूज़ को कबर करने गई मीडिया की टीम को कुछ चीजे संदेह जनक चीज सामने आया जैसे की डॉ ठाकुर साहब ने अपने वयान मे ये बताया की सुमली की मृत्यु 15 फरवरी को सुबह 5 बजे हुआ जब की डॉक्टर सिखा मैडम ने जो सिलिप मृतक के परिवार को दिया था मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए उस मे उन्होंने समय लिखा है 6 बज के 30 मिनट और अपने हस्ताक्षर भी किया है परिजनों और मुख्य गवाह का कहना है की इनकी मृत्यु की बात इन्हे 4 बजे बताई गई और 6 बजे मुक्तंजलि वहन से इन्हे घर के लिए रवाना किया गया ये बाते संदेह के घेरे मे लेते हुए नजर आरहा है ये एक हादसा था या एक सोच समझ के अपने कर्तव्यों का पालना न करके कामचोरी किया जारहा था इस विषय मे माननीय जिलाधीश महोदय एक निष्पक्ष टीम बनाकर पारदर्षिता से जांच किया ।
जिला हस्पताल की लापरबाही से गई नवजात एवं माँ की जान
Was this article helpful?
YesNo
BastarExpress.Com बस्तर की छोटी बड़ी खबरों के लिए हमें फ़ॉलो करें।