बीजापुर। माओवादी संगठन को एक बार फिर बड़ा झटका लगा है। पूर्वी व पश्चिमी बस्तर डिवीजन से जुड़े कुल 24 माओवादियों ने शनिवार को सुरक्षा बलों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। आत्मसमर्पण करने वालों में 28.50 लाख रुपये के इनामी नक्सली भी शामिल हैं।
इन माओवादियों ने छत्तीसगढ़ सरकार की “नियद नेल्ला नार” योजना और पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया। अधिकारियों के अनुसार, आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को सरकार की ओर से आर्थिक सहायता, पुनर्वास और पुनर्स्थापन के तहत विभिन्न लाभ प्रदान किए जाएंगे।
बताया जा रहा है कि वर्ष 2025 में अब तक कुल 203 माओवादी आत्मसमर्पण कर चुके हैं, जो राज्य सरकार और सुरक्षा बलों की संयुक्त रणनीति की बड़ी सफलता मानी जा रही है। आत्मसमर्पण कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे। उन्होंने सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को समाज की मुख्यधारा में शामिल होने के लिए हर संभव सहायता का भरोसा दिलाया।
प्रशासन ने उम्मीद जताई है कि आने वाले समय में और भी माओवादी संगठन के सदस्य शांति और विकास की राह पर आगे बढ़ेंगे।
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