Breaking News

CG – न्यूज अपडेट : सर्व आदिवासी समाज के पूर्व जिला अध्यक्ष के संदिग्ध मौत मामले में बवाल, कड़कड़ाती ठंड के बीच अलाव के सहारे देर रात NH – 30 पर डटे रहे लोग,भोजन… पानी का व्यवस्था कर सड़क पर बैठे, फिर….

कांकेर 6 दिसम्बर 2025। सर्व आदिवासी समाज के पूर्व जिला अध्यक्ष जीवन ठाकुर की रायपुर में संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के बाद आदिवासी समाज का आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है। इसी विरोध को लेकर चारामा थाना के सामने नेशनल हाईवे 30 पर सर्व आदिवासी समाज द्वारा किया गया चक्काजाम देर रात तक जारी रहा। ठंड बढ़ने के बावजूद समाज के लोगों ने अलाव का सहारा लेते हुए और हाईवे पर भोजन-पानी की व्यवस्था करके अपनी मांगों पर अडिग रहते हुए घंटों तक धरना जारी रखा। उनका साफ कहना था कि दोषियों पर कार्रवाई होने तक आंदोलन समाप्त नहीं किया जाएगा।

करीब 6 घंटे तक चले इस चक्काजाम के कारण नेशनल हाईवे का यातायात पूरी तरह बाधित हो गया था। सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और यात्री घंटों तक फंसे रहे। बढ़ती ठंड और प्रशासन की लगातार समझाइश के बाद रात करीब 11 बजे आंदोलनकारियों ने जाम समाप्त करने की घोषणा की। इसके बाद रात लगभग 1 बजे हाईवे पर फंसे वाहनों की आवाजाही धीरे-धीरे बहाल हो सकी।

मामले की पृष्ठभूमि पर नजर डालें तो जीवन ठाकुर को एक जमीन प्रकरण में अक्टूबर माह में गिरफ्तार किया गया था और उन्हें कांकेर जेल में न्यायिक रिमांड पर रखा गया था। इसके बाद 2 दिसंबर को बिना परिजनों को सूचना दिए उन्हें रायपुर सेंट्रल जेल भेज दिया गया। 4 दिसंबर की सुबह लगभग 4 बजे उनकी तबीयत बिगड़ी, जिसके बाद उन्हें रायपुर के मेकाहारा अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां सुबह करीब 8 बजे उनकी मौत हो गई। परिवार का आरोप है कि निधन की जानकारी उन्हें शाम 5 बजे दी गई, जिससे परिवार व समाज में गहरा आक्रोश फैल गया।

घटना के बाद सर्व आदिवासी समाज के लोग बड़ी संख्या में कांकेर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और जेल प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की। संतोषजनक जवाब न मिलने पर समाज ने बस्तर के प्रवेश द्वार माने जाने वाले चारामा थाना क्षेत्र में चक्काजाम कर विरोध प्रदर्शन किया। समाज का कहना है कि जब तक दोषियों पर कार्रवाई नहीं की जाती, तब तक जीवन ठाकुर का शव रायपुर से नहीं लाया जाएगा। स्थिति को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था।

आदिवासी समाज ने चेतावनी दी है कि यदि सात दिनों के भीतर दोषियों पर ठोस कार्रवाई नहीं की गई, तो आने वाले दिनों में उग्र आंदोलन शुरू किया जाएगा। प्रशासन के लिए यह मामला चुनौतीपूर्ण बनता जा रहा है, क्योंकि क्षेत्र में जनभावनाएं लगातार उफान पर हैं।

Was this article helpful?
YesNo

Live Cricket Info

WhatsApp Group Join Now
Telegram Channel Join Now

About Surya Nevendra

नमस्कार दोस्तों, मैं सूर्या नेवेंद्र, BastarExpress.Com का मुख्य संपादक हूँ। निष्पक्ष, सत्य और जनहित में समर्पित पत्रकारिता के साथ मैं एक जिम्मेदार और अनुभवी पत्रकार के रूप में कार्यरत हूँ।

Check Also

CG – धमतरी : युवा पत्रकार भोजराज साहू के निधन से मीडिया जगत में शोक की लहर,प्रदेश भर से पत्रकारों ने दी श्रद्धांजलि…

Follow Us धमतरी 4 दिसंबर 2025। INH न्यूज के जिला ब्यूरो चीफ एवं शहर के …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.